विजय हजारे ट्रॉफी 2025-26 का आगाज भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक सुनहरे अध्याय की तरह हुआ है। टूर्नामेंट के पहले ही दिन मैदान पर रनों का ऐसा सैलाब आया कि रिकॉर्ड बुक के पन्ने कम पड़ गए। एक तरफ जहां भारतीय क्रिकेट के दो सबसे बड़े स्तंभ— विराट कोहली और रोहित शर्मा—ने अपने अनुभव का लोहा मनवाया, वहीं दूसरी ओर 14 साल के एक 'वंडर किड' वैभव सूर्यवंशी ने अपनी बल्लेबाजी से पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींच लिया।
यहाँ विजय हजारे ट्रॉफी के पहले दिन के धमाकेदार प्रदर्शन और वैभव सूर्यवंशी के ऐतिहासिक रिकॉर्ड्स का विस्तृत विश्लेषण है:
विजय हजारे ट्रॉफी: दिग्गजों की वापसी और युवा का 'विराट' प्रहार
24 दिसंबर को शुरू हुए इस टूर्नामेंट में कुल 22 बल्लेबाजों ने शतक जड़े, लेकिन महफिल लूट ले गए बिहार के वैभव सूर्यवंशी। अपनी उम्र से कहीं ज्यादा परिपक्व और आक्रामक बल्लेबाजी करते हुए वैभव ने अरुणाचल प्रदेश के गेंदबाजों की धज्जियां उड़ा दीं।
1. वैभव सूर्यवंशी: छक्कों का नया 'सुल्तान'
बिहार के इस 14 वर्षीय ओपनर ने केवल 84 गेंदों में 190 रनों की तूफानी पारी खेली। भले ही वे अपने दोहरे शतक से महज 10 रन चूक गए, लेकिन उन्होंने एक ऐसा रिकॉर्ड बनाया जिसने रोहित शर्मा और ईशान किशन जैसे धुरंधरों को भी पीछे छोड़ दिया।
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छक्कों का रिकॉर्ड: वैभव ने अपनी पारी में कुल 15 छक्के जड़े, जो पहले दिन किसी भी बल्लेबाज द्वारा लगाए गए सर्वाधिक छक्के थे।
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बाउंड्री किंग: वैभव ने 15 छक्कों के साथ 16 चौके भी लगाए। उनकी कुल 31 बाउंड्री ने दोहरा शतक लगाने वाले स्वास्तिक समाल (29 बाउंड्री) को भी पीछे छोड़ दिया।
2. रोहित और विराट: क्लास अभी बाकी है
भारतीय टीम के सीनियर खिलाड़ियों ने भी इस टूर्नामेंट को गंभीरता से लिया और घरेलू क्रिकेट में रनों की भूख दिखाई।
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रोहित शर्मा: मुंबई के लिए खेलते हुए रोहित ने 155 रनों की कप्तानी पारी खेली। उनके बल्ले से 9 छक्के और 18 चौके निकले। 'हिटमैन' ने कुल 27 बाउंड्री बटोरीं और दिखाया कि सफेद गेंद के क्रिकेट में उनकी टाइमिंग आज भी बेजोड़ है।
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विराट कोहली: दिल्ली के लिए 16 साल बाद विजय हजारे ट्रॉफी खेल रहे विराट ने 131 रनों की संयमित और शानदार पारी खेली। उन्होंने 14 चौके और 3 छक्के जड़े। हालांकि बाउंड्री की गिनती में वे युवाओं से पीछे रहे, लेकिन उनकी पारी की निरंतरता ने फैंस का दिल जीत लिया।
3. ईशान किशन: बिजली जैसी रफ्तार
झारखंड के कप्तान ईशान किशन ने कर्नाटक जैसी मजबूत टीम के खिलाफ मात्र 39 गेंदों में 125 रन कूट डाले। उनकी इस पारी में 14 छक्के शामिल थे। ईशान ने दिखा दिया कि वे नेशनल टीम में वापसी के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
4. स्वास्तिक समाल का ऐतिहासिक दोहरा शतक
ओडिशा के 25 वर्षीय बल्लेबाज स्वास्तिक समाल ने टूर्नामेंट का पहला दोहरा शतक जड़ा। उन्होंने सौराष्ट्र के खिलाफ 212 रन बनाए। यह उनके लिस्ट-ए करियर का पहला ही शतक था जिसे उन्होंने दोहरे शतक में तब्दील कर इतिहास रच दिया।
बाउंड्री मीटर: पहले दिन के टॉप परफॉर्मर्स
| बल्लेबाज |
टीम |
रन |
बाउंड्री (चौके + छक्के) |
कुल बाउंड्री |
| वैभव सूर्यवंशी |
बिहार |
190 |
16 + 15 |
31 |
| स्वास्तिक समाल |
ओडिशा |
212 |
21 + 08 |
29 |
| रोहित शर्मा |
मुंबई |
155 |
18 + 09 |
27 |
| ईशान किशन |
झारखंड |
125 |
03 + 14 |
17 |
| विराट कोहली |
दिल्ली |
131 |
14 + 03 |
17 |
निष्कर्ष
विजय हजारे ट्रॉफी का पहला दिन भारतीय क्रिकेट के भविष्य के लिए सुखद संकेत दे गया है। जहां विराट और रोहित की मौजूदगी ने टूर्नामेंट का स्तर बढ़ाया, वहीं वैभव सूर्यवंशी जैसे किशोरों ने यह साबित कर दिया कि भारत में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। 14 साल की उम्र में 190 रन और 15 छक्के लगाना किसी चमत्कार से कम नहीं है।